जनकपुरधाम । विश्व हिन्दू परिषद नेपाल सन्त मार्गदर्शक मण्डलद्वारा प्रदेश स्तरिय सन्त सम्मेलन सम्पन्न हुआ । १ दिसंबर २०१८ शनिबार जनकपुरधाम स्थित जानकी पतञ्जली योग साधना केन्द्र में सम्मेलनका आयोजन किया गया था ।
मान महन्थ जगन्नाथ दास वैष्णव अध्यक्षता के यह कार्यक्रम में प्रमुख अतिथि भारत से सन्त मार्गदर्शक मण्डल सदस्य डा. श्याम सुन्दर दास वैष्णव, विशिष्ट अतिथि विहिप बिहार के क्षेत्र संगठन मन्त्री विरेन्द्र विमल दास वैष्णव एवं अतिथिगण जानकी मन्दिरका उत्तराधिकारी महन्थ राम रोशन दास वैष्णव, हिन्दू स्वयंसेवक संघ नेपाल के राष्ट्रिय प्रचारक वेद प्रकाश जी, जनकल्याण प्रतिष्ठान नेपाल के अध्यक्ष ओम प्रकाश सर्राफ, जनकपुर उप–महानगरपालिका के मेयर लाल किशोर साह, उप–मेयर रिता झा, प्रदेश सभा विधायक सुनिता साह, भारतीय वाणिज्य दूतावास, विरगंजका रमेश चतुर्वेदी, वडा अध्यक्ष जानकीराम साह लगायत स्थानीय महानुभावों की उपस्थिति रही थी ।
साथ ही साथ विहिप नेपाल के तर्फ से राष्ट्रिय अध्यक्ष टिका बहादुर पहारी, उपाध्य उद्धव कुमार घिमिरे, काशिन्द्र यादव, महासचिव जितेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष रविन अधिकारी, राष्ट्रिय सदस्य मनोहर साह, जिल्ला अध्यक्ष संतोष साह सहित आठों जिला के पदाधिकारी एवं पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहा । कार्यक्रम के संचालन सिरहा जिला स्थित महनौर मठ के महन्थ लक्ष्मण दास वैष्णव ने किया ।
प्रदेश के सभी जिलों से करिब आठ हजार के हाराहारी में साधु सन्त, महन्थ, समाजसेवी, विद्यार्थी, कार्यकर्ताओं की उत्साहजनक उपस्थिति रहा ।
सहभागी कार्यकर्तागण नवम्बर ३० तारीख सायंकाल तक कार्यक्रम के लिए जनकपुरधाम पहुंचे थे । १ दिसंबर २०१८ शनिबार प्रातः ९ बजे स्थानीय गोपाल धर्मशाला से प्रभातफेरी निकाल कर नगर परिक्रमा किया ।
सम्मेलन हिन्दू राष्ट्र पुर्नस्थापना, मठ मन्दिर संरक्षण, जनकपुरधाम मांस मदिरा मुक्त, स्वधर्म संस्कृति संरक्षण, गौ हत्या, आतंकवाद, धर्मान्तरण, जैसे विविध विषयों पर केन्द्रित रहा था ।
सम्मेलन समापन पश्चात ३ बजे दुधमती नदी स्थित मौनीबाबा के आश्रम में गंगा दर्शन व महाप्रशाद ग्रहणका कार्यक्रम रखा गया था ।
विश्व हिन्दू परिषद नेपाल सन्त मार्गदर्शक मण्डल प्रदेश नं. ५ द्वारा कपिलवस्तु में कार्तिक २७ गते प्रदेश स्तरिय विराट सन्त सम्मेलन आयोजन किया गया था । उक्त सम्मेलन में ५ नं. प्रदेश के करिब १५० साधुसन्त लगायत प्रदेशबासी के उत्साहजनक उपस्थिति रहा । कार्यक्रम में सनातन हिन्दू धर्म रक्षा के लिए आम हिन्दू धर्मावलम्बी लगायत साधुसन्त समेत संगठित हो सहभागी वक्तागण का बिचार था ।