9 फेब्रुअरी, काठमांडू। विश्वहिन्दु परिषद् नेपाल, प्रदेश नम्बर २ ने प्रदेश में मुस्लिमको मुख्यमन्त्री बनाया गया तो कडा आन्दोलने करने कि चेतावनी दिया है । विश्वहिन्दु परिषद नेपाल, प्रदेश नम्बर २ ने शुक्रबार राजधानी मे आयोजित पत्रकार सम्मेलन में बोलते हुए परिषद के राष्ट्रिय अध्यक्ष एवम् वरिष्ठ कलाकार टिका पहारी ने मुुलुक धर्म परिर्वतन के महाजाल मे घिरा आरोप लगायें ।
उन्हों ने कहा ,‘हमारे देशको जब धर्मनिरपेक्षराष्ट्र घोषणा किया गया उसके बाद विदेशी शक्तियों ने हमारे उपर साँस्कृतिक आक्रमण करनी शुरु कर दिया, राष्ट्रियता पर आक्रमण करनी है तो प्रथमतः उस देश के धर्मपर आक्रमण किया जाता है । यह गैर–कानुनी कार्य के अन्त्य करने मे सरकार सफल नही हो पाया है ।’
प्रदेश संयोजक विनय यादव ने कहा ‘हमारे देश मे धर्मपरिवर्तन एक गम्भिर समस्या बनी हुई है, इसको बहोत जल्द अन्त्य किया जाना चाहिए, प्रदेश नम्बर २ मे बहुसंख्यक हिन्दु के भावनाओं के साथ खिलबाड करते हुए संघीय समाजवादी फोरमने मुस्लिमको मूख्यमन्त्री बनानेका निर्णय लिया है । यह निर्णय फिर्ता नही लिया गया तो कडा आन्दोलन होगा ।’
संयोजक यादव ने यह भी कहा,‘प्रदेश नम्बर २ सभी हिन्दु के आस्थाका केन्द्र है, इस प्रदेश में अधिकांश हिन्दु ही है, अधिकांश हिन्दुवादी नेता है, हिन्दुको अवमुल्यन करते हुए एक गैर–हिन्दुको हिन्दु के उपर शासन करबाना हमे कदापी स्वीकार्य नही हैं ।’ उन्होंने कहा,‘उपेन्द्र यादव हिन्दु मतों के आधार पर ही पार्टीको शक्तिशाली बनाय परन्तु उसी हिन्दु मतोंका कदर नही किया । हम संघिय समाजवादी फोरम से आग्रह करते हैं, प्रदेश नम्बर २ मे किसी भी हिन्दुधर्मवालम्बी को मूख्यमन्त्री बनावें नही तो उनके खिलाफ हम सडक पर आयेंगे और आनेबाले पाँच वर्षों मे उस पार्टी का आकार क्या रहेगा उसी समय ज्ञात होगा ।’
उन्होंने आगे कहा,‘मधेश में तुष्टिकरण एवं पेट्रो डलर के प्रभाव में आकर इस प्रकार के निर्णय लेकर उपेन्द्र यादव ने महागल्ति किया है ।’ उन्होंने कहा,‘जनक भूमि, गढिमाई मन्दिर (सिम्रौनगढ) ईतिहास, विन्धवासीनि माई , छिन्नमस्ता माई के महत्व लगायत के धार्मिक एवं पर्यकटकीय स्थल के उर्वर भूमि में ईस्लामिक धर्मवालम्बिको मूख्यमन्त्री बनाना हमें स्वीकार्य नही है ।